नृप बनने के बाद जनों ने पूछा यही हसन से बात      ।

पास न सेना विभव बहुत, कैसे सुलतान हुए तुम तात    ।

बोला अरि पर भी उदारता सच्चा स्नेह सुहृद हित प्राप्त   ।

जन-जन प्रति सदभाव न क्या सुलतान हेतु इतना पर्याप्त ।

Last Update: March 26, 2024