प्रेम नारायण पंकिल

कवि, गीतकार, समीक्षक, नाटककार एवं अनुवादक


मूलतः कवि। प्रबंध काव्य, गीत, मुक्तक और ग़ज़लों में सहज गति।
विविध आलेख, ललित निबंध, नाटक-एकांकी एवं अनुवादों से समृद्ध विपुल साहित्य-सृजन।
देवभाषा संस्कृत एवं लोकभाषा भोजपुरी में भी विशिष्ट एवं प्रसंशनीय रचना-कर्म।