जियरा जुड़इहैं रे सजनी (एक प्रिय-विमुक्ता का उच्छ्वास)
Photo source : Google पीसत जतवा जिनिगिया सिरइलीं दियवा कै दीयै भर रहलैं रे सजनी। मिरिगा जतन बिन बगिया उजरलैं कागा बसमती ले परइलैं ...
Photo source : Google पीसत जतवा जिनिगिया सिरइलीं दियवा कै दीयै भर रहलैं रे सजनी। मिरिगा जतन बिन बगिया उजरलैं कागा बसमती ले परइलैं ...
O Majhi Re: Dipankar Das Source: Flickr माझी रे! कौने जतन जैहौं पार। जीरन नइया अबुध खेवइया टूट गए पतवार- माझी रे! कौने जतन ज...