आँखों से मन मत बिगड़े...
अनासक्त सब सहो जगत के झंझट झगड़े ऐसा यत्न करो आँखों से मन मत बिगड़े। मौन साध नासाग्र दृष्टि रख नाम सम्हालो मन छोटा मत करो काम कल पर...
अनासक्त सब सहो जगत के झंझट झगड़े ऐसा यत्न करो आँखों से मन मत बिगड़े। मौन साध नासाग्र दृष्टि रख नाम सम्हालो मन छोटा मत करो काम कल पर...