जियरा जुड़इहैं रे सजनी (एक प्रिय-विमुक्ता का उच्छ्वास)
Photo source : Google पीसत जतवा जिनिगिया सिरइलीं दियवा कै दीयै भर रहलैं रे सजनी। मिरिगा जतन बिन बगिया उजरलैं कागा बसमती ले परइलैं ...
Photo source : Google पीसत जतवा जिनिगिया सिरइलीं दियवा कै दीयै भर रहलैं रे सजनी। मिरिगा जतन बिन बगिया उजरलैं कागा बसमती ले परइलैं ...
O Majhi Re: Dipankar Das Source: Flickr माझी रे! कौने जतन जैहौं पार। जीरन नइया अबुध खेवइया टूट गए पतवार- माझी रे! कौने जतन ज...
अनासक्त सब सहो जगत के झंझट झगड़े ऐसा यत्न करो आँखों से मन मत बिगड़े। मौन साध नासाग्र दृष्टि रख नाम सम्हालो मन छोटा मत करो काम कल पर...
पट खटका खटका पीडा देती सन्देश तुम्हे मधुकर बौरे निशितम मे भी तेरा जाग रहा प्रियतम निर्झर प्रेममिलन हित बुला रहा है जाने कब से सुनो भल...